फारूक अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले में ED ने की पूछताछ
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पर एक बार फिर शिकंजा कसता दिखाई दे रहा है। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े कथित घोटाले को लेकर ईडी ने साेमवार को फारूक अब्दुल्ला से पूछताछ की।
श्रीनगर (एएनआई)।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से जे-के क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ की। यह पूछताछ 43 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के संबंध में है जब फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे।फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस ईडी के समन का जवाब देगी। यह गुप्कर डिक्लेरेशन के लिए पीपुल्स एलायंस के गठन के बाद आने वाले दिनों में राजनीतिक प्रतिशोध से कम नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया रिकॉर्ड को सेट करने के लिए डॉक्टर साहब के निवास पर सीधे छापे नहीं मारे जा रहे हैं।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल रही
बता दें कि 15 अक्टूबर को, फारूक अब्दुल्ला ने गुप्कर डिक्लेरेशन पर भविष्य की कार्रवाई को पूरा करने के लिए अपने घर पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के घर पर सर्वदलीय बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल रही। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने और नेताओं की नजरबंदी से रिहाई के बाद ये पहली बड़ी बैठक बुलाई गई। इस दाैरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी मांग हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को वो सारे अधिकार दिए जाएं जो हमसे छीने गए हैं। भारत सरकार राज्य के लोगों के उन अधिकारों को लौटाए जो उन्हें 5 अगस्त 2019 से पहले मिलते थे।
बता दें कि 15 अक्टूबर को, फारूक अब्दुल्ला ने गुप्कर डिक्लेरेशन पर भविष्य की कार्रवाई को पूरा करने के लिए अपने घर पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के घर पर सर्वदलीय बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल रही। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने और नेताओं की नजरबंदी से रिहाई के बाद ये पहली बड़ी बैठक बुलाई गई। इस दाैरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी मांग हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को वो सारे अधिकार दिए जाएं जो हमसे छीने गए हैं। भारत सरकार राज्य के लोगों के उन अधिकारों को लौटाए जो उन्हें 5 अगस्त 2019 से पहले मिलते थे।
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